स्वरोजगार सहायता योजना 2025

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भारत में स्वरोजगार को बढ़ावा देना देश की आर्थिक उन्नति और व्यक्तिगत सशक्तिकरण के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इसी दिशा में, केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा विभिन्न पहल की जा रही हैं। इनमें से एक प्रमुख पहल है स्वरोजगार सहायता योजना 2025, जो उद्यमियों को वित्तीय सहायता और आवश्यक संसाधन प्रदान कर रही है। इस लेख में, हम आपको इस महत्वपूर्ण सरकारी योजना के बारे में विस्तार से बताएंगे, जिसमें इसके लाभ, पात्रता, आवेदन प्रक्रिया और वर्ष 2025 में आए नए बदलावों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। अगर आप अपना व्यवसाय शुरू करने का सपना देख रहे हैं, तो यह जानकारी आपके लिए बेहद उपयोगी साबित होगी।

मुख्य बातें: स्वरोजगार सहायता योजना 2025

स्वरोजगार सहायता योजना 2025 एक व्यापक पहल है जिसका मुख्य उद्देश्य देश के युवाओं, महिलाओं और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को अपना व्यवसाय शुरू करने में मदद करना है। यह योजना सिर्फ वित्तीय सहायता प्रदान नहीं करती, बल्कि उद्यमिता को बढ़ावा देकर रोजगार सृजन और आत्मनिर्भरता को भी प्रेरित करती है। इसके तहत, सरकार विभिन्न प्रकार के व्यवसायों के लिए सहायता प्रदान करती है, जिससे आवेदक अपनी रुचि और कौशल के अनुसार कार्यक्षेत्र चुन सकें।

इस योजना के माध्यम से, सरकार उन लोगों को सशक्त बनाना चाहती है जिनके पास अच्छे व्यापारिक विचार तो हैं, लेकिन वित्तीय संसाधनों की कमी है। यह स्वरोजगार योजना 2025 भारत को एक विकसित और आत्मनिर्भर राष्ट्र बनाने के लक्ष्य में एक महत्वपूर्ण कड़ी है।

2025 में क्या नया है? नवीनतम अपडेट और प्रमुख योजनाएं

वर्ष 2025 में स्वरोजगार सहायता योजना के तहत कई महत्वपूर्ण बदलाव और नई योजनाएं पेश की गई हैं, जिनका उद्देश्य लाभार्थियों की पहुंच और लाभों को बढ़ाना है। इन अपडेट्स ने विशेष रूप से कमजोर वर्गों पर ध्यान केंद्रित किया है।

  • एकल महिला स्वरोजगार योजना 2025: यह योजना उन महिलाओं के लिए एक वरदान है जो तलाकशुदा, निराश्रित या विकलांग हैं। इसके तहत, उन्हें ₹2 लाख तक की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है, जिस पर 75% तक की सब्सिडी (अनुदान) भी उपलब्ध है। यह विशेष प्रावधान इन महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और समाज में सम्मानपूर्वक जीवन जीने में मदद करेगा।
  • मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना: वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए कई राज्यों में मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना के तहत बड़े बजट प्रस्तावित किए गए हैं। उदाहरण के लिए, उत्तर प्रदेश में भी इस योजना के लिए आवेदन जारी हैं, जिसका लक्ष्य युवाओं को स्वरोजगार के अवसर प्रदान करना है। इसके तहत ₹1,000 करोड़ और ₹225 करोड़ की अलग-अलग योजनाएं भी प्रस्तावित हैं, जो युवाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करेंगी। यह योजनाएं राज्य स्तर पर रोजगार सृजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। आप उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना के बारे में अधिक जानकारी लाइव हिंदुस्तान की वेबसाइट पर देख सकते हैं।
  • प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना (2025): 15 अगस्त 2025 को प्रधानमंत्री मोदी ने एक नई रोजगार योजना, प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना की घोषणा की। इस योजना के तहत निजी क्षेत्र में पहली नौकरी पाने वाले युवाओं को ₹15,000 प्रति व्यक्ति सहायता दी जाएगी। इसके अतिरिक्त, कंपनियों को भी रोजगार बढ़ाने पर प्रोत्साहन राशि मिलेगी। इस योजना का लक्ष्य 3 करोड़ युवा रोजगार सृजन करना है, जो अप्रत्यक्ष रूप से स्वरोजगार को भी प्रेरित करेगा। यह एक दूरगामी पहल है जो भारत के श्रम बाजार को मजबूती देगी।

इन नई योजनाओं और प्रावधानों से स्पष्ट है कि सरकार 2025 में स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।

योजना के प्रमुख लाभ और विशेषताएं

स्वरोजगार सहायता योजना कई लाभ प्रदान करती है जो उद्यमियों को उनके सपनों को साकार करने में मदद करते हैं। यह केवल एक सरकारी योजना नहीं, बल्कि एक सशक्तिकरण का माध्यम है।

  • वित्तीय सहायता और सब्सिडी: योजना का सबसे महत्वपूर्ण लाभ वित्तीय सहायता है। जैसा कि बताया गया है, ₹2 लाख तक की मदद, जिस पर 75% तक की सब्सिडी उपलब्ध है, छोटे व्यवसायों के लिए एक बड़ी राहत है। यह पूंजी उद्यमियों को उपकरण खरीदने, कच्चे माल का प्रबंध करने और अपने व्यवसाय को स्थापित करने में मदद करती है। सब्सिडी से वित्तीय बोझ काफी कम हो जाता है, जिससे व्यवसाय को स्थिरता मिलती है।
  • रोजगार सृजन: जब कोई व्यक्ति स्वरोजगार शुरू करता है, तो वह न केवल अपने लिए रोजगार पैदा करता है, बल्कि दूसरों के लिए भी अवसर बनाता है। एक छोटा व्यवसाय भी 2-3 लोगों को रोजगार दे सकता है, जिससे बेरोजगारी की दर कम होती है। यह स्वरोजगार के लाभ में से एक महत्वपूर्ण लाभ है।
  • आत्मनिर्भरता और सशक्तिकरण: स्वरोजगार व्यक्तियों को आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाता है। विशेषकर महिलाओं और कमजोर वर्गों के लिए, यह उन्हें समाज में एक मजबूत स्थान दिलाता है और उनकी निर्णय लेने की क्षमता को बढ़ाता है।
  • ग्रामीण और शहरी विकास: यह योजना ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में छोटे और मध्यम उद्यमों को बढ़ावा देती है। इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलता है और क्षेत्रीय असमानताएं कम होती हैं।
  • कौशल विकास को प्रोत्साहन: कई बार यह योजना कौशल विकास कार्यक्रमों के साथ भी जुड़ी होती है, जिससे उद्यमियों को उनके व्यवसाय के लिए आवश्यक कौशल सीखने का मौका मिलता है।
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पात्रता मापदंड: कौन कर सकता है आवेदन?

स्वरोजगार सहायता योजना 2025 का लाभ उठाने के लिए कुछ पात्रता मानदंडों को पूरा करना आवश्यक है। ये मानदंड यह सुनिश्चित करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं कि सहायता उन लोगों तक पहुंचे जिन्हें इसकी सबसे अधिक आवश्यकता है।

  • आयु सीमा: आमतौर पर, आवेदक की न्यूनतम आयु 18 वर्ष और अधिकतम आयु 40-45 वर्ष (योजना के प्रकार के आधार पर भिन्न हो सकती है) होनी चाहिए। युवा स्वरोजगार योजनाओं के लिए यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है।
  • शैक्षणिक योग्यता: कुछ योजनाओं में न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता (जैसे 8वीं या 10वीं पास) की आवश्यकता हो सकती है, जबकि अन्य के लिए कोई विशेष शैक्षणिक योग्यता अनिवार्य नहीं होती है।
  • आवासीय स्थिति: आवेदक को संबंधित राज्य या केंद्र शासित प्रदेश का स्थायी निवासी होना चाहिए।
  • आय सीमा: परिवार की वार्षिक आय एक निश्चित सीमा से कम होनी चाहिए। यह मानदंड आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को प्राथमिकता देने के लिए है।
  • पिछला ऋण: आवेदक का किसी भी बैंक या वित्तीय संस्थान में कोई पिछला डिफ़ॉल्ट ऋण (loan default) नहीं होना चाहिए।
  • विशेष वर्ग: एकल महिला, तलाकशुदा, निराश्रित, विकलांग व्यक्तियों और अनुसूचित जाति/जनजाति/अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए विशेष प्रावधान और छूट हो सकती है। यह सुनिश्चित करता है कि सबसे कमजोर वर्गों को प्राथमिकता मिले।

प्रत्येक योजना के लिए सटीक पात्रता मानदंड भिन्न हो सकते हैं, इसलिए आवेदन करने से पहले संबंधित योजना के आधिकारिक दिशानिर्देशों को ध्यान से पढ़ना महत्वपूर्ण है।

आवेदन प्रक्रिया: स्वरोजगार योजना 2025 के लिए कैसे करें अप्लाई?

स्वरोजगार योजना 2025 के लिए आवेदन प्रक्रिया को सरल और सुलभ बनाने का प्रयास किया गया है। यहां एक सामान्य चरण-दर-चरण मार्गदर्शिका दी गई है:

  1. योजना की पहचान: सबसे पहले, आपको यह पहचानना होगा कि आप किस विशिष्ट स्वरोजगार सहायता योजना के लिए पात्र हैं और आवेदन करना चाहते हैं (जैसे मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, एकल महिला स्वरोजगार योजना 2025 आदि)।
  2. आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: संबंधित सरकारी विभाग (जैसे एमएसएमई मंत्रालय, राज्य उद्योग विभाग) या बैंक की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं। यहीं आपको आवेदन फॉर्म और विस्तृत जानकारी मिलेगी।
  3. फॉर्म डाउनलोड करें/ऑनलाइन भरें: आवेदन फॉर्म को या तो डाउनलोड करके प्रिंट करें और हाथ से भरें, या यदि ऑनलाइन सुविधा उपलब्ध है तो सीधे वेबसाइट पर भरें।
  4. दस्तावेज संलग्न करें: सभी आवश्यक दस्तावेजों की स्कैन की गई प्रतियां या फोटोकॉपी तैयार रखें।
  5. फॉर्म जमा करें: भरे हुए फॉर्म को सभी संलग्न दस्तावेजों के साथ ऑनलाइन (यदि विकल्प उपलब्ध हो) या संबंधित सरकारी कार्यालय/बैंक में जमा करें।
  6. आवेदन की स्थिति ट्रैक करें: आवेदन जमा करने के बाद आपको एक आवेदन संख्या या संदर्भ आईडी प्राप्त होगी। इसका उपयोग करके आप अपने आवेदन की स्थिति ऑनलाइन ट्रैक कर सकते हैं।
  7. साक्षात्कार/सत्यापन: कुछ मामलों में, आपको साक्षात्कार के लिए बुलाया जा सकता है या आपके द्वारा प्रदान की गई जानकारी का सत्यापन किया जा सकता है।
  8. अनुमोदन और संवितरण: एक बार आवेदन स्वीकृत हो जाने के बाद, वित्तीय सहायता आपके बैंक खाते में सीधे जमा कर दी जाएगी।

यह सुनिश्चित करें कि आप सभी निर्देशों का पालन करें और कोई भी जानकारी गलत न भरें। यह आपके आवेदन को सफल बनाने के लिए महत्वपूर्ण है।

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आवश्यक दस्तावेज़: क्या-क्या चाहिए?

स्वरोजगार सहायता योजना के लिए आवेदन करते समय, आपको कई महत्वपूर्ण दस्तावेजों की आवश्यकता होगी। इन दस्तावेजों की सूची योजना के प्रकार और आपके व्यक्तिगत विवरण के आधार पर थोड़ी भिन्न हो सकती है, लेकिन कुछ सामान्य दस्तावेज इस प्रकार हैं:

  • पहचान पत्र: आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड।
  • निवास प्रमाण पत्र: आधार कार्ड, बिजली बिल, पानी का बिल, राशन कार्ड।
  • आयु प्रमाण पत्र: जन्म प्रमाण पत्र, 10वीं कक्षा की मार्कशीट।
  • शैक्षणिक योग्यता प्रमाण पत्र: यदि योजना के लिए आवश्यक हो।
  • आय प्रमाण पत्र: तहसीलदार या सक्षम प्राधिकारी द्वारा जारी।
  • जाति प्रमाण पत्र: यदि आरक्षित वर्ग से संबंधित हैं।
  • बैंक खाता विवरण: बैंक पासबुक की प्रति, रद्द चेक।
  • व्यवसाय योजना/प्रोजेक्ट रिपोर्ट: यह आपके प्रस्तावित व्यवसाय का विस्तृत विवरण होता है, जिसमें उद्देश्य, पूंजी की आवश्यकता, लाभप्रदता आदि शामिल होते हैं।
  • पासपोर्ट आकार के फोटो: हाल ही के।
  • विशेष श्रेणी के प्रमाण पत्र: जैसे विकलांगता प्रमाण पत्र, विधवा प्रमाण पत्र, तलाक की डिग्री (एकल महिला योजना के लिए)।

सभी दस्तावेजों की मूल और फोटोकॉपी दोनों तैयार रखें। ऑनलाइन आवेदन के लिए, स्कैन की गई प्रतियां आवश्यक होंगी।

स्वरोजगार लोन और वित्तीय सहायता का विवरण

स्वरोजगार सहायता योजना 2025 के तहत प्रदान की जाने वाली वित्तीय सहायता मुख्य रूप से एक प्रकार का ‘सहायता’ या ‘अनुदान-युक्त ऋण’ है, न कि पारंपरिक स्वरोजगार लोन। इसमें सरकार द्वारा सीधे अनुदान (सब्सिडी) का एक बड़ा हिस्सा शामिल होता है, जिससे लाभार्थी पर वित्तीय बोझ कम हो जाता है।

उदाहरण के लिए, ₹2 लाख की कुल परियोजना लागत पर 75% सब्सिडी का मतलब है कि आपको केवल ₹50,000 (2 लाख का 25%) का पुनर्भुगतान करना होगा, और शेष ₹1.5 लाख सरकार द्वारा अनुदान के रूप में प्रदान किए जाएंगे। यह व्यवस्था उद्यमियों को बिना किसी बड़े कर्ज के अपना व्यवसाय शुरू करने में मदद करती है।

यह वित्तीय सहायता विभिन्न उद्देश्यों के लिए उपयोग की जा सकती है, जैसे:

  • उपकरण और मशीनरी की खरीद: छोटे उद्योग, हस्तशिल्प, या सेवा-आधारित व्यवसायों के लिए आवश्यक मशीनरी खरीदने में मदद।
  • कच्चे माल की खरीद: शुरुआती स्टॉक खरीदने के लिए कार्यशील पूंजी।
  • कार्यस्थल का किराया या नवीनीकरण: यदि आवश्यक हो।
  • प्रशिक्षण और कौशल उन्नयन: कुछ योजनाएं व्यवसाय से संबंधित प्रशिक्षण के लिए भी सहायता प्रदान करती हैं।

यह मॉडल उन लोगों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है जो पारंपरिक बैंक स्वरोजगार लोन लेने में हिचकिचाते हैं या जिनके पास पर्याप्त संपार्श्विक (collateral) नहीं होता। सब्सिडी उन्हें एक सुरक्षित और मजबूत शुरुआत देती है। इस योजना का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि वित्तीय बाधाएं किसी को भी अपना उद्यम शुरू करने से न रोकें।

स्वरोजगार के सामाजिक और आर्थिक लाभ

स्वरोजगार सहायता योजना केवल व्यक्तिगत स्तर पर नहीं, बल्कि व्यापक सामाजिक और आर्थिक स्तर पर भी महत्वपूर्ण लाभ प्रदान करती है। यह भारतीय अर्थव्यवस्था को एक नई दिशा देने में सक्षम है।

  • आर्थिक विकास में योगदान: छोटे और मध्यम उद्यम (एसएमई) किसी भी अर्थव्यवस्था की रीढ़ होते हैं। स्वरोजगार को बढ़ावा देकर, योजना एसएमई क्षेत्र को मजबूत करती है, जो सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में महत्वपूर्ण योगदान देता है।
  • गरीबी उन्मूलन: स्वरोजगार व्यक्तियों को गरीबी के दुष्चक्र से बाहर निकालने में मदद करता है। स्थिर आय के स्रोत से जीवन स्तर में सुधार होता है।
  • नवाचार को बढ़ावा: जब लोग अपने उद्यम शुरू करते हैं, तो वे अक्सर नए विचारों, उत्पादों और सेवाओं के साथ आते हैं। यह नवाचार अर्थव्यवस्था को गतिशील बनाता है और नए बाजारों का निर्माण करता है।
  • क्षेत्रीय विकास: स्वरोजगार केवल बड़े शहरों तक सीमित नहीं है। यह ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में भी व्यवसायों को जन्म देता है, जिससे संतुलित क्षेत्रीय विकास होता है और पलायन कम होता है।
  • सामाजिक समानता: विशेष रूप से महिलाओं, विकलांगों और वंचित वर्गों को सशक्त करके, यह योजना सामाजिक समानता को बढ़ावा देती है और उन्हें मुख्यधारा में लाती है। यह सुनिश्चित करती है कि सभी को आगे बढ़ने का अवसर मिले।

इस तरह, स्वरोजगार सहायता योजना एक बहुआयामी पहल है जो न केवल व्यक्तियों को लाभ पहुंचाती है, बल्कि पूरे देश के सामाजिक-आर्थिक परिदृश्य को सकारात्मक रूप से प्रभावित करती है। यह सही मायने में आत्मनिर्भर भारत की नींव रख रही है।

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FAQ

  • स्वरोजगार सहायता योजना 2025 के तहत कौन आवेदन कर सकता है?

    इस योजना के तहत मुख्य रूप से युवा, महिलाएं (विशेषकर एकल, तलाकशुदा, निराश्रित, विकलांग), और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोग आवेदन कर सकते हैं। आयु, आय और निवास के कुछ मानदंड होते हैं जो विशिष्ट योजना के अनुसार भिन्न हो सकते हैं।

  • मुझे कितनी वित्तीय सहायता मिल सकती है और कितनी सब्सिडी मिलेगी?

    स्वरोजगार सहायता योजना 2025 के तहत ₹2 लाख तक की आर्थिक सहायता मिल सकती है। इस पर 75% तक की सब्सिडी (अनुदान) भी उपलब्ध है, जिसका अर्थ है कि आपको केवल 25% राशि ही वापस चुकानी होगी।

  • क्या इस योजना में स्वरोजगार लोन भी शामिल है?

    यह योजना मुख्य रूप से अनुदान-युक्त सहायता प्रदान करती है, जिसे एक प्रकार का वित्तीय समर्थन कहा जा सकता है जो पारंपरिक स्वरोजगार लोन से भिन्न होता है। इसमें एक बड़ा हिस्सा सब्सिडी के रूप में मिलता है, जिससे लाभार्थी पर कर्ज का बोझ कम हो जाता है। यह पूंजी आपको अपना व्यवसाय शुरू करने में मदद करती है, चाहे वह एक छोटा उद्यम हो या कोई सेवा-आधारित व्यवसाय।

  • मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना और प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना में क्या अंतर है?

    मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना राज्य स्तर पर संचालित होती है, जिसका लक्ष्य राज्य के युवाओं को स्वरोजगार के लिए वित्तीय सहायता देना है। वहीं, प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना (2025) एक राष्ट्रीय योजना है, जो निजी क्षेत्र में पहली नौकरी पाने वाले युवाओं को सहायता और कंपनियों को रोजगार बढ़ाने पर प्रोत्साहन देती है। दोनों ही योजनाएं रोजगार और स्वरोजगार सृजन को बढ़ावा देती हैं।

  • आवेदन के लिए कौन से मुख्य दस्तावेज चाहिए होंगे?

    आवेदन के लिए पहचान पत्र (आधार, पैन), निवास प्रमाण पत्र, आयु प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो), बैंक पासबुक, और एक विस्तृत व्यवसाय योजना/प्रोजेक्ट रिपोर्ट जैसे दस्तावेज आवश्यक होंगे। विशेष श्रेणी के लिए अतिरिक्त प्रमाण पत्र भी मांगे जा सकते हैं।

  • स्वरोजगार शुरू करने के क्या फायदे हैं?

    स्वरोजगार के लाभ में वित्तीय स्वतंत्रता, व्यक्तिगत सशक्तिकरण, रोजगार सृजन (अपने लिए और दूसरों के लिए), नवाचार को बढ़ावा, और देश के आर्थिक विकास में सीधा योगदान शामिल हैं। यह आपको अपने सपनों को साकार करने और अपनी शर्तों पर काम करने का अवसर देता है।

निष्कर्ष

स्वरोजगार सहायता योजना 2025 भारत सरकार की एक दूरदर्शी पहल है, जिसका उद्देश्य देश के नागरिकों को आत्मनिर्भर बनाना और उद्यमिता को बढ़ावा देना है। 2025 में पेश किए गए नए प्रावधान, विशेषकर एकल महिला स्वरोजगार योजना और प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना, यह सुनिश्चित करते हैं कि यह सरकारी योजना अधिक समावेशी और प्रभावी हो। यदि आप अपना व्यवसाय शुरू करने की सोच रहे हैं और वित्तीय सहायता की तलाश में हैं, तो यह योजना आपके लिए एक सुनहरा अवसर हो सकती है। यह न केवल वित्तीय मदद प्रदान करती है, बल्कि एक मजबूत और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में भी योगदान देती है।

हम आशा करते हैं कि यह विस्तृत जानकारी आपके लिए सहायक सिद्ध हुई होगी। अपने सपनों को साकार करने के लिए आज ही इस योजना के बारे में अधिक जानें और आवेदन करें। हमें बताएं कि यह लेख आपको कैसा लगा और क्या आप किसी और योजना के बारे में जानना चाहेंगे। आप हमारे हमारे बारे में पेज पर जाकर हमारी टीम के बारे में भी जान सकते हैं। अपने अनुभव साझा करें और दूसरों को प्रेरित करें। आप हमारे इंस्टाग्राम पेज पर भी उपयोगी जानकारी देख सकते हैं। #आत्मनिर्भरभारत

इस वीडियो में और जानें

एकल महिला स्वरोजगार योजना 2025 के बारे में विस्तार से जानकारी देने वाला वीडियो, जिसमें योजना के पात्रता और लाभ के बारे में बताया गया है।

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